Snehlata Agrawal

जय जय अग्रोहा

अग्रवालों के इतिहास में ‘ अग्रसेन के बाद अग्रोहा का नाम भी सब नामों से अधिक प्रसिद्ध है ।अग्रसेन मूल पुरूष का नाम था तो अग्रोहा अग्रवालों के केन्द्र स्थान का नाम था ।महाराजा अग्रसेन के नाम पर हीं यह बसा था । यह स्थान कई सौ बर्षों तक अग्रवाल राजाओं की राजधानी रहा और …

जय जय अग्रोहा Read More »

“तीन पहर”

तीन पहर तो बीत गये,बस एक पहर ही बाकी है।जीवन हाथों से फिसल गया,बस खाली मुट्ठी बाकी है।सब कुछ पाया इस जीवन में,फिर भी इच्छाएं बाकी हैं।दुनिया से हमने क्या पाया,यह लेखा जोखा बहुत हुआ,इस जग ने हमसे क्या पाया,बस यह गणनाएं बाकी हैं।तीन पहर तो बीत गये,बस एक पहर ही बाकी है।जीवन हाथों से …

“तीन पहर” Read More »

नारनौलिय अग्रवाल समाज का अलिखित इतिहास *** !

मेरे पास अपने समाज का कोई ऐतिहासिक दस्तावेज तो नहीं है पर बचपन से अपने बहुत से बुजुर्गों से
सुनते आया हूं उसका वर्णन जो मुझे ज्ञात है भेज रहा हूं ।


Help-Line(हेल्पलाइन):9973159269 






Scroll to Top
Scroll to Top